दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में भयंकर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान‘ (यूएम-पीयूएन के रूप में उच्चारित) पिछले 06 घंटों के दौरान 09 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की तरफ बढ़ गया है और पारादीप (ओडिशा) के लगभग 930 किमी दक्षिण, दीघा (पश्चिम बंगाल) के लगभग 1080 किमी. दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और खेपुपारा (बांग्ला देश) के 1200 किमी. दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 12.0 उत्तर अक्षांश एवं 86.0 पूर्व देशांतर के निकट आज, 17 मई, 2020 को दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर मध्य में केन्द्रित हो गया। चक्रवाती तूफान में अगले 24 घंटों के दौरान और तेजी आने की संभावना है। संभवत: यह अगले 12 घंटों में धीरे-धीरे उत्तर की तरफ बढ़ जाएगा और इसके बाद पीछे की ओर मुड़कर उत्तर-उत्तर पूर्व की तरफ बढ़कर तेजी से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के उस पार बढ़ जाएगा और 20 मई 2020 की दोपहर/शाम के दौरान भयंकर चक्रवाती तूफान के रूप में दीघा (पश्चिम बंगाल) और हतिया द्वीप (बांग्लादेश) के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के पास से गुजरेगा।
निम्न सारिणी में पूर्वानुमान ट्रैक और तीव्रता दी गई है:
तिथि/समय (भारतीय मानक समय) | 6.0pt"> स्थिति ( अक्षांश डिग्री उत्तर / देशांतर डिग्री पूर्व ) | प्रचंड वायु की अधिकतम गति (किमी प्रति घंटे) | गंभीर चक्रवातीय विक्षोभ का वर्ग |
17.05.20/1730 | 12.0/86.0 | प्रचंड वायु 125-135 से 150 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
17.05.20/2330 | 12.9/86.0 | प्रचंड वायु 135-145 से 160 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
18.05.20/0530 | 13.5/86.0 | प्रचंड वायु 140-150 से 165 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
18.05.20/1130 | 14.0/86.1 | प्रचंड वायु 150-160 से 170 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
18.05.20/1730 | 14.6/86.2 | प्रचंड वायु 160-170 से185 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
19.05.20/0530 | 15.9/86.5 | प्रचंड वायु 170-180 से 200 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
19.05.20/1730 | 17.5/86.9 | प्रचंड वायु 170-180 से 200 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
20.05.20/0530 | 19.6/87.4 | प्रचंड वायु 160-170 से 190 | गंभीर चक्रवाती तूफान |
20.05.20/1730 | 21.8/88.0 | प्रचंड वायु 145-155 से 170 | भयंकर चक्रवाती तूफान |
21.05.20/0530 | 23.4/88.4 | प्रचंड वायु 95-105 से 115 | चक्रवाती तूफान |
21.05.20/1730 | 25.2/88.9 | प्रचंड वायु 60-70 से 80 | चक्रवाती तूफान |
22.05.20/0530 | 26.8/89.4 | प्रचंड वायु 30-40 से 50 | डिप्रेशन |
(1) भारी वर्षा की चेतावनी :
ओडिशा
तटीय ओडिशा के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है। 18 मई की शाम से सुदूरवर्ती इलाकों में भारी वर्षा होगी, 19 मई को उत्तर तटीय ओडिशा (जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, जयपुर, भद्रक, बालेश्वर और मयूरभंज जिलों) के कुछ स्थानों पर भारी से काफी भारी वर्षा होगी जबकि 20 मई 2020 को उत्तर तटीय ओडिशा (भद्रक, बालेश्वर और मयूरभंज जिलों) के ऊपर कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल के गंगा के नजदीक वाले तटवर्ती जिलों (पूर्वी मेदीनीपुर, दक्षिण और उत्तरी 24 परगना) के अनेक स्थानों पर 19 मई को हल्की से मध्यम और सुदूरवर्ती इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी और पश्चिम बंगाल के गंगा के नजदीक वाले सुदूरवर्ती इलाकों (पूर्वी और पश्चिमी मेदीनीपुर, दक्षिण और उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली, कोलकाता और आसपास के जिलों) में 20 मई को बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
(2) हवा की चेतावनी
पश्चिम बंगाल और ओडिशा
- दक्षिण ओडिशा के तट के साथ और नजदीकी स्थानों पर 18 मई की शाम से 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती है जिनकी रफ्तार बढ़कर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
- 20 मई की सुबह से उत्तर ओडिशा (जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, जयपुर, भद्रक, बालेश्वर और मयूरभंज जिलों) एवं पश्चिम बंगाल (पूर्वी और पश्चिमी मेदीनीपुर, दक्षिण और उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली, कोलकाता जिलों) के तट के साथ एवं नजदीकी स्थानों पर हवा की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ेगी और वह 75 से 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं में तब्दील हो जाएगी और इसके बाद बढ़कर 95 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसके बाद हवा की गति धीरे-धीरे और बढ़ेगी और 20 मई की दोपहर से उत्तरी ओडिशा के उपरोक्त जिलों के साथ और उनके आसपास हवा 110-120 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 135 किमी प्रति घंटे और पश्चिम बंगाल के तट के साथ एवं नजदीकी स्थानों पर 120-140 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 155 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी।
- ओडिशा के पुरी, खोरदा, कटक, जाजपुर जिलों में 20 मई 2020 के दौरान तूफानी हवा की गति 55-65 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
गहरे समुद्र वाला क्षेत्र
- दक्षिण पूर्व और बंगाल की खाड़ी के आसपास दक्षिण पश्चिम में तूफानी हवा की गति 125-135 से बढ़कर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसके 18 की सुबह मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों में 140-150 के तेज झोंके से बढ़कर 165 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने और 19 को बंगाल की खाड़ी के उत्तर में 155-165 से बढ़कर 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।
(3) समुद्र की स्थिति
समुद्र की स्थिति अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और मध्य बंगाल की खाड़ी के आसपास असाधारण रहेगी। यह आज रात से मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों, 19 मई को बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों तथा 20 मई 2020 को बंगाल की खाड़ी के उत्तर में असाधारण बन जाएगी।
(4) मछुआरों को चेतावनी
- मछुआरों को अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी, 17 से 18 मई के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी एवं 18 से 20 मई के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
- इसके अतिरिक्त, मछुआरों को 18 से 20 मई के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी एवं उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं समीवर्ती बांग्ला देश के तटों पर नहीं जाने की सलाह दी गई है।
(5)समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना
- समुद्र में 3-4 मीटर ऊंची लहरें उठने और ज्वार भाटा के कारण दक्षिण और उत्तरी 24 परगना जिले के निचले इलाकों के पानी में डूबने और भूस्खलन के समय पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदीनीपुर जिले के निचले इलाकों में 2-3 मीटर ऊंची लहरें उठने की संभावना है।
(6) नुकसान की संभावना और प्रस्तावित कार्रवाई
(ए) पश्चिम बंगाल (पूर्वी मेदीनीपुर, दक्षिण और उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली, कोलकाता जिले)
नुकसान की संभावना :
- सभी प्रकार के कच्चे मकानों को भारी नुकसान, कुछ पुराने जीर्ण-शीर्ण मकानों को भी नुकसान। उड़ने वाली वस्तुओं से संभावित नुकसान।
- संचार और बिजली के खंभों के बड़े पैमाने पर उखड़ने की संभावना
- अनेक स्थानों पर रेल/सड़क सम्पर्क में बाधा.
- खड़ी फसलों, बागानों, बगीचों को भारी नुकसान
- ताड़ और नारियल के पेड़ों का गिरना .
- विशाल घने पेड़ों का उखड़ना
- बड़ी नौकाओं और जहाजों को लंगर में नुकसान हो सकता है
मछुआरों को चेतावनी और प्रस्तावित कार्रवाई :
- 18 से 20 मई 2020 के दौरान मछली पकड़ने का कार्य पूरी तरह निलम्बित
- रेल और सड़क यातायात का मार्ग बदलना अथवा निलंबन
- प्रभावित इलाकों में लोग घरों के अंदर रहें। निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए
- मोटर बोट और छोटे जहाजों से आने-जाने की सलाह नहीं दी जाती है
(बी) ओडिशा (जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, बालेश्वर, जाजपुर और मयूरभंज)
संभावित नुकसान :
- छप्पर वाले घरों पूरी तरह नष्ट/ कच्चे घरों को विस्तृत नुकसान। पक्के घरों को कुछ नुकसान। उड़ते हुई वस्तुओं से नुकसान की संभावना।
- बिजली और संचार के खंभों के मुड़ने/उखड़ने की संभावना
- कच्ची और पक्की सड़कों को भारी नुकसान। रेलवे, ऊपर लगी बिजली की तारों और सिगनल प्रणाली में मामूली बाधा।
- खड़ी फसलों, बागानों, बगीचों को बड़े पैमाने पर नुकसान, हरे नारियलों का गिरना और ताड़ के बड़े पत्तों का टूटना। आम से घने पेड़ों का गिरना।
- छोटी नौकाएं, कंट्री क्राफ्ट लंगर से अलग हो सकते हैं।
मछुआरों को चेतावनी और प्रस्तावित कार्य :
- 18 से 20 मई 2020 के दौरान ओडिशा के तट और उसके आसपास मछली पकड़ने के कार्य में पूरी तरह रोक।
- रेल और सड़क यातायात पर विवेकपूर्ण नियंत्रण।
- प्रभावित इलाकों में लोग घरों के अंदर रहें।
- मोटर नौकाओं और छोटे जहाजों की आवाजाही असुरक्षित।
- मछली पकड़ने की छोटी नौकाएं लंगर से अलग हो सकती हैं और उन्हें नुकसान हो सकता है।
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