Friday, May 1, 2020

बाहर से अपने वतन लौटने को लोग हुए मजबूर कई दिनों की पैदल यात्रा कर रहे है लोग




*तहसील रिपोर्ट:-राजशेखर सिंह अमेठी*

 अमेठी उत्तर प्रदेश लाक डाउन के दौरान परदेसी पैदल अपने घरों के लिए जाने को मजबूर उत्तर प्रदेश अमेठी के थाना हलियापुर फैजाबाद अयोध्या बॉर्डर पर आज 7 से 8 लोग पैदल गोंडा को जाने  के लिए निकले थे संवाददाता राज शेखर सिंह ने जब उन लोगों को रोका तो उन्होंने बताया कि हम लोग पैदल कल सुबह फतेहपुर रायबरेली से निकले हैं नीरज कुमार सिंह ने हमारे संवाददाता राजशेखर सिंह को बताया कि हम सभी फतेहपुर रायबरेली में रहते थे वहां हमें किसी प्रकार की वैसी दिक्कत तो नहीं थी लेकिन हम लोगों के  पास ना तो पैसा था और ना ही खाने के लिए राशन हम लोग जिस मकान में रहते थे उस मकान मालिक ने हम लोगों से किराया नहीं लिया लेकिन खाने की वजह से हम लोगों ने मजबूरन यह कदम उठाया है जब खाने को हमारे पास यहां कुछ नहीं है और ना हम को किसी प्रकार की मदद मिल पा रही है तो हम लोगों ने पैदल अपने घर जाने का निश्चय किया नीरज कुमार ने बताया कि हम कुल 8 लोग हैं नंबर 1 प्रदीप चौधरी अवधेश चौधरी राहुल कुमार सुनील कुमार शिवकुमार विजय कुमार अजय कुमार आदि  सभी लोगों ने बताया कि हम लोग आज दोपहर में हलियापुर थाना बॉर्डर से होते हुए कुमारगंज बॉर्डर पर नीम के छांव के नीचे आराम करने के लिए  रुक गए कुछ देर हम लोग बैठे थे तो बगल में एक घर था इसरार अहमद जी वह हम लोगों के पास आए और हम लोगों से पूछा तो हम लोगों ने सारी कहानी भैया को बताई तो इसरार भाई ने हम लोगों को लाई नमकीन गुड पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करवाई और कुछ पैसे भी दे हम लोग इसरार भैया को लाख लाख दुआएं देते हैं इसरार भैया जैसे आदमी देव तुल्य होते हैं वह एक मुसलमान होकर अपनी इंसानियत का फर्ज निभाते नीरज कुमार ने हमारे संवाददाता से बताया कि हम लोग गोंडा जिला के रहने वाले हैं और वहीं पर जा रहे हैं इस डाउन में हम लोगों को ना तो कोई साधन मिल पा रहा है और ना ही किसी प्रकार की मदद फिर भी इसरार भैया जैसे लोग फरिश्ता बनकर पहुंच जाया करते हैं


 

 



 

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