माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जागरूकता फैलाने, एक दूसरे से दूरी बनाए रखने (सोशल डिस्टेंसिंग), गरीबों के लिए बुनियादी आवश्यकताओं की व्यवस्था करने और कोविड-19 के खतरे से लड़ने के लिए किए गए सक्रिय प्रयासों के लिए सामाजिक कल्याण संगठनों के प्रतिनिधियों की प्रशंसा की है। उन्होंने विश्व के अनेक देशों में फैली कोविड-19 महामारी पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर में फैले भारत के सभी दूतावासों और उच्चायोगों के प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बात भी की।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मंत्री समूह (जीओएम) की आज नयी दिल्ली में आयोजित 10वीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मंत्री समूह के सदस्य नागर विमानन मंत्री श्री हरदीप एस. पुरी, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, नौवहन, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री मनसुख मांडविया तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे उपस्थित थे। लॉकडाउन के कार्यान्वयन, प्रवासी मजदूरों के मुद्दे, उभरते हुए संवेदनशील स्थानों में नियंत्रण उपायों, पीपीई, मास्क, वेंटीलेटर जैसी आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्तता सुनिश्चित करने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर समूह ने विस्तार से चर्चा की।
कोविड-19 पर प्रतिक्रिया के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी की अधिकार प्राप्त समिति का गठन नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद पॉल और भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के. विजय राघवन की अध्यक्षता में किया गया। समिति विज्ञान एजेंसियों, वैज्ञानिकों, उद्योगों और नियामक संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करेगी। समिति कोविड 19 महामारी के लिए परीक्षण की सुविधा बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अनुसंधान और विकास पर तेजी से निर्णय लेने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के साथ काम करेगी।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, वस्त्र मंत्रालय, फार्मास्युटिकल्स और राज्यों के सहयोग से, पीपीई, मास्क और वेंटिलेटर की आवश्यकता, आवश्यक वस्तुओं का निर्माण करने वाले कारखानों की निगरानी कर रहा है और सभी संपर्कों की सख्ती से निगरानी रखने में सभी राज्यों के साथ समन्वय कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोकथाम रणनीति के अनुसार कोई भी मामला नहीं छूटे।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने क्षेत्र में निगरानी, पर्यवेक्षण, प्रयोगशाला परीक्षण, नैदानिक प्रबंधन, एकांतवास की सुविधा का प्रबंधन, गहन देखभाल, संक्रमण नियंत्रण प्रबंधन, और कोविड-19 के प्रबंधन के लिए क्वारंटीन सुविधा के लिए एएनएम, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आयुष चिकित्सकों, डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए वेबसाइट पर प्रशिक्षण संसाधन अपलोड किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 30 मार्च को दो वेबिनार आयोजित किए थे जिसमें 15,000 नर्सों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया था।
कोविड 19 से अब तक, 1251 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 32 मौतें हुई हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान, 227 नए मामलों की पुष्टि हुई है और 3 नई मौतें हुई हैं।
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