मौदहा हमीरपुर। जहां कोरोना जैसी महामारी से पूरा देश जंग लड़ रहा है वही प्रदेश योगीराज में बेजुबान गोवंश की भूख प्यास चिलचिलाती धूप से तड़प तड़प कर मौतें हो रही हैं। विकासखंड के ग्राम करहिया गौशाला में कैद 322 गोवंश जो मरने के बाद इनकी संख्या कम हो गई। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि आखिर जिम्मेदारों की लापरवाही है। आखिर ग्राम प्रधान सचिव आला अधिकारी बैठे मलाई खा रहे। वही राकेश कुमार पुत्र बेटा धुरिया का कहना है कि रात के समय पर मवेशियों को खोल दिया जाता है। जो आज खड़ी हमारी फसल गेहूं की पूरी तरह से चौपट कर दी लगभग 10 से 15 हजार का बताया नुकसान । वही गौशाला का चौकीदार सिद्ध गोपाल बसोर का कहना है कि कई महीनों से हमें हमारा वेतन नहीं मिला। रोहित कुमार, प्रदीप मिश्रा अजय सिंह, सोनू सिंह, हरि मिश्रा सब ग्रामीणों ने जब वहां की व्यवस्था देखी तो घटिया बताई जो वहां के रहने वाले लोगों की गंद के वजह से जीना मुश्किल पड़ रहा है। सरकार को कोरोना जैसी बीमारी के लड़ने के लिए भरकम प्रयास कर रही है । पर गौशालाओं की बदतर हालात पर सरकारी कारिदे मौन हैं। आखिर जिम्मेदार ने जेसीबी से गड्ढे खुदवा तो दिए पर उसी में फेंक देते हैं। सरकारी गौशाला नजारा देखकर किसी भी पशु प्रेमी का दिल दहल उठेगा। बेजुबान गोवंश को ऊपर उसी गड्ढे में जिंदा या मरे कुरता के साथ फेंक देते है। विकास खंड अधिकारी कहना है कि एक-दो दिन में दिखा रहे हैं।
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