चार दिवारी में बंद
कभी थाली बजाऊं
कभी दीया जलाऊं।
प्रधानमंत्री जी के सम्मान
के लिए हर काम करूं।
फिर भी ना समझें वह
हमारी विपदा क्या है।
नहीं बताते कोरोना
वायरस से लड़ने के
लिए सरकार द्वारा किए
गए काम के बारे में।
विपदा के समय में दे दो
अच्छे हथियार हमारी।
जान को सुरक्षित करने
वालों को भी दे दो सुरक्षा।
कहीं देर ना हो जाए
नम्बर उंगलियों पर
गिनते गिनते कहीं पन्नों
के हिसाब में ना उत्तर आएं।
कैसे निपटेंगे हम कोरोना
वायरस से जब हथियार
नहीं हमारे पास, चाहें
बन जाएं कितनी भी
विशाल महाशक्ति।
फ़िक्र करों मोदी जी देश
की जरूरत को समझ
अब स्वास्थ्य सुविधाएं
उपलब्ध कराने का भी कर
दो ऐलान।
No comments:
Post a Comment