मौदहा हमीरपुर। लगभग डेढ सौ किलोमीटर साईकिल चलाकर एक परिवार आज कस्बे के बडे चौराहे पहुंचने के बाद सीधा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मौदहा पहुंचा व वहां के डाक्टरो से अपना मेडिकल चेकअप करने की बात कहते हुये बताया कि वह अपने परिवार सहित कानपुर के नरायणपुर सार स्थित पर्वत खेडा से आ रहा है किन्तु उसे परिवार सहित डाक्टरी परीक्षण करने के बजाय स्वास्थ्य विभाग द्वारा टरका कर गांव की ओर रवाना कर दिया गया।
उक्त जानकारी देते हुये खण्डेह निवासी सूरजबली (34) पुत्र मिघवा ने बताया कि वह अपनी पत्नी और छोटे छोटे 4 मासूम बच्चो सहित भटटे मे ईट पाथने का काम करता है । कोरोना वायरस संक्रमण के बावजूद भटटा चालू है किन्तु भयवश व काम छोडकर गांव के लिये निकल पडे। लगभग डेढ सौ किलोमीटर की दूरी दो दिन मे तयकर सायकिल से व अपने परिवार सहित कस्बे पहुचां। उसके पास न ही खाने की सामग्री है और न ही इनते पैसे की वह सामान ही खरीद सके। इतना ही नहीं बताया गया कि देहाडी मजदूर होने के बाद भी न उसके पास अन्तयोदय राशन कार्ड और न ही पात्र ग्रहस्थी का । आवेदन किया था किन्तु बना नही। उक्त विषय पर पूर्ति अधिकारी अमित त्रिवेदी द्वारा बताया गया कि आवेदन करे तत्काल राशन कार्ड जारी किया जायेगा। हालाकि खण्डेह ग्राम प्रधान मदन दुबे द्वारा फोन न रिसीव करने के चलते राशन कार्ड न बन पाने का कारण नही पता चल सका।
जबकि तीन मासूम बच्चो सहित उसकी बेबसी की समस्या सुनकर पालिका प्रशासन से जबीर चौधरी के द्वारा उन्हे लंच पैकेट दिये गये व रागौल के भूरा भाई द्वारा 10 किलो आटा देकर उनकी मदद की गयी। जिसके बाद वह अपने मासूम बच्चो को सायकिल पर सवारकर बिना मेडिकल परीक्षण ही पुनः यात्रा पर गांव खण्डेह के लिये निकल पडा।
No comments:
Post a Comment