केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा और श्री नकवी ने रांची (झारखंड) के हरमू ग्राउंड, हरमू चौक में ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन किया। इस ‘हुनर हाट’ का आयोजन केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा 29 फरवरी से 08 मार्च, 2020 तक किया जाएगा। झारखंड में ‘हुनर हाट’ का पहली बार आयोजन किया जा रहा है। केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय का यह 21 वां ‘हुनर हाट’ है।
श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि भारत की परम्परागत हस्तकला/शिल्प को अंतर्राष्ट्रीय बाजार, अवसर उपलब्ध कराने और पहचान दिलाने के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय आपसी तालमेल के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘हुनर हाट’ आर्थिक विकास की मुख्य धारा में आम लोगों की साझेदारी सुनिश्चित करने का एक प्रभावी मिशन है।
श्री अर्जुन मुंडा ने कहा, ‘हुनर हाट’ भारत की हस्तकला/शिल्प की स्वदेशी विरासत को बाजार और अवसर उपलब्ध कराने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ‘हुनर हाट’ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक छत के नीचे समझने का शानदार मंच साबित हुआ है।
श्री नकवी ने कहा कि जहां एक ओर ‘हुनर हाट’ ने ‘कौशल को काम’ सुनिश्चित किया है, वहीं दूसरी ओर इसने भारत की हस्तकला/शिल्प की विरासत को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दी है।
श्री नकवी ने कहा कि 13-23 फरवरी 2020 को इंडिया गेट लॉन, राजपथ नई दिल्ली में आयोजित ‘हुनर हाट’ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दौरे से देशभर के कारीगरों, शिल्पियों विशेषकर महिला शिल्पियों को बेहद प्रोत्साहन और बढ़ावा मिला है।
23 फरवरी को प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में ‘हुनर हाट’ और कारीगरों, शिल्पियों और उनके खूबसूरत हस्त शिल्प उत्पादों की सराहना की। ‘मन की बात’ में ‘हुनर हाट’ का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने हमारी मौलिक हस्तकला/शिल्प की शानदार विरासत को बढ़ावा और प्रोत्साहन देने की हमारी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के घंटे भर के ‘हुनर हाट’ के दौरे ने ‘हुनर हाट’ को अपार प्रोत्साहन प्रदान किया और ‘हुनर हाट’ को मिले प्रचार से वहां आने वाले लोगों की संख्या में 60 प्रतिशत वृद्धि हुई। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही तरह के 17 लाख से अधिक आगंतुकों ने इंडिया गेट लॉन, राजपथ नई दिल्ली में आयोजित ‘हुनर हाट’ का दौरा किया। आगंतुकों ने कारीगरों और शिल्पियों का हौसला बढ़ाया तथा ‘हुनर हाट’ के ‘बावर्चीखाना’ खंड में विभिन्न राज्यों के परम्परागत व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
श्री नकवी ने कहा कि रांची में ‘हुनर हाट’ में 125 मंडप बनाए गए हैं, जहां महिला कारीगरों सहित देशभर के 250 से ज्यादा कारीगर और शिल्पी भाग ले रहे हैं। कारीगर अपने साथ देश के कोने-कोने से दुर्लभ हस्तनिर्मित स्वदेशी उत्पाद लाए हैं। आगंतुक यहां रोजाना विभिन्न राज्यों के परम्परागत व्यंजनों का लुत्फ उठाएंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखेंगे।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि पिछले 3 साल में बड़ी संख्या में महिला कारीगरों सहित 3 लाख से ज्यादा कारीगरों, हस्तशिल्पियों, पाक कला विशेषज्ञों और उनसे संबंधित लोगों को ‘हुनर हाट’ के माध्यम से रोजगार और रोजगार के अवसर मुहैया कराए गए हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ने इन कारीगरों और इनके मौलिक उत्पादों का ‘जीईएम’ (गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस) पर पंजीकरण करने की प्रक्रिया आरम्भ की है। अनेक निर्यात संवर्धन परिषदों ने इन कारीगरों और हस्तशिल्पियों के हस्तनिर्मित उत्पादों को बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने में दिलचस्पी दिखाई है। भारतीय पैकेजिंग संस्थान इन कारीगरों को पैकेजिंग के अपने तरीकों में सुधार लाने और उन्हें ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।
अगला ‘हुनर हाट’ 13 से 22 मार्च, 2020 को चंडीगढ़ में आयोजित किया जाएगा। आने वाले दिनों में "हुनर हाट" गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, पुद्दुचेरी, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर और अन्य स्थानों में आयोजित किए जाएंगे। अब तक, ‘हुनर हाट’ का आयोजन देश के विभिन्न स्थानों जैसे दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुद्दुचेरी और इंदौर में किया जा चुका है।
इस अवसर पर ‘हुनर हाट’ में भाग लेने के लिए देशभर से रांची आई महिला कारीगरों का अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मंत्री श्री सुरेश खन्ना, रांची से सांसद श्री संजय सेठ, झारखंड के पूर्व मंत्री एवं रांची से विधायक श्री सी.पी. सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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