रोपेक्स सेवा पूर्वी तटवर्ती विकास के अंतर्गत जल परिवहन सेवा परियोजना है। इस सेवा से यात्रा में समय कम लगेगा, वाहन उत्सर्जन में कमी आएगी और सड़क पर ट्रैफिक भी कम होगा। सड़क से मुंबई और मांडवा के बीच की दूरी 110 किलोमीटर है। इस यात्रा में 3 से 4 घंटे का समय लगता है, जबकि जलमार्ग से यह दूरी केवल 18 किलोमीटर है और यात्रा में सिर्फ 1 घंटे का समय लगता है।
वर्तमान में प्रतिवर्ष लगभग 15 लाख यात्री नौका (कैटामारैन) और मोटरबोट (लॉन्च) से गेटवे ऑफ इंडिया से मांडवा की यात्रा करते है। इस मार्ग में यात्रियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। मुंबई पोर्ट ट्रस्ट और महाराष्ट्र मेरीटाइम बोर्ड ने इस जलमार्ग के महत्व को पहचाना और सरकार की सहायता से मुंबई (भउचा धक्का) और मांडवा के बीच रोपेक्स सेवा शुरू करने का निर्णय लिया। मुंबई बोर्ड ट्रस्ट ने 31 करोड़ रूपये की लागत से भउचा धक्का में रोपेक्स जेटी और टर्मिनल सुविधाओं का विकास किया है। महाराष्ट्र मेरीटाइम बोर्ड ने 135 करोड़ रूपए की लागत से मांडवा में ब्रेकवाटर, रोपेक्स जेटी और टर्मिनल सुविधाओं का विकास किया है।
रोपेक्स वेसल एम 2 एम- 1 का निर्माण सिंतबर 2019 में यूनान में किया गया था। इस पोत की गति 14 नॉट है और यह एक तरफ की यात्रा 45 मिनट से 1 घंटे के समय में पूरा कर सकता है। यह पोत एक बार में 1000 यात्रियों और 200 कारों को ले जा सकता है। इस पोत के दोनो तरफ रैंप लगे है, जिससे कारों को आसानी से अंदर बाहर किया जा सकता है। इस प्रकार लोग अब अपनी कारों के साथ रोपेक्स सेवा का आंनद ले सकते है। यह सेवा मानसून में भी संचालित की जायेगी जिससे अलीबाग क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा।
रोपेक्स सेवा शुरू हो जाने से मुंबई से अलीबाग/गोवा के बीच सड़क ट्रैफिक में कमी आयेगी। यात्री भी शांतिपूर्ण, नए और समय की बचत करने वाली यात्रा को पसंद करेंगे। इससे ईधन की खपत और वाहन उत्सर्जन में कमी आयेगी। यह कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में भी एक कदम है।
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