पीडित व्यक्ति ने 29 जनवरी 2020 से 29 फरवरी 2020 तक सऊदी अरब का दौरा किया था।
पीडित व्यक्ति उच्च रक्तचाप और श्वास-रोग से पीडित था और 29 फरवरी को हैदराबाद आने के बाद कलबुर्गी गया था।
पीडित व्यक्ति लौटने पर ऐसिम्प्टमैटिक था और 6 मार्च,2020 को उसमें बुखार और खांसी के लक्षण विकसित हुए। एक निजी डॉक्टर ने उसका घर पर इलाज किया।
9 मार्च 2020 को उसके बीमारी के लक्षण बढ़ गए, जिसके बाद उसे कलबुर्गी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। निजी अस्पताल में उसे अस्थायी रुप से मिड जोन न्यूमोनिया से ग्रसित पाया गया था और वह कोविड-19 का संदिग्ध मरीज था।
कोविड-19 की जांच के लिए 9 मार्च,2020 को वायरल रिसर्च डायगोनस्टिक लेबोट्ररी,जीआईएमस कलबुर्गी में उसके नमूने एकत्र किए गए और उन्हें वीआरडीएल,बीएमसीएंडआरआई, बैंग्लोर भेजा गया। परीक्षण के परिणाम का इंतजार किए बिना बीमार व्यक्ति के परिजन स्वास्थ्य राय के बिना उसे अस्पताल से ले गए और हैदराबाद स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
कलबुर्गी के उपायुक्त के निर्देशों के बाद डीएचओ ने बीमार व्यक्ति के परिजन उसे गुलबर्गा इस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस(जीआईएमएस) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने के लिए राजी करने का प्रयास किया। लेकिन पीडित के परिजनों ने उनकी बात मानने से मना कर दिया और बिना जानकारी दिए उसे हैदराबाद ले गए।
बीमार व्यक्ति को हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज कराया गया। उसके बाद बीमार व्यक्ति को अस्पताल से छुट्टी दी गई और 10 मार्च, 2020 को जीआईएमस,कलबुर्गी ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई।
इस संबंध में जिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग,कर्नाटक द्वारा सभी एहतियाती कदम जैसे पीडित व्यक्ति के संपर्क में रहने वालो की पहचान और घर क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया शुरू की गई और इसकी लगातार निगरानी की जा रही है।
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