Saturday, March 7, 2020

कोरोना वायरस के लिए 30 भारतीय हवाई अड्डों पर 6.5 लाख यात्रियों की हुई जांच

नागर विमानन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत सरकार ने विश्व स्वाथ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के 30 जनवरी 2020 को अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य इमरजेंसी (पीएचईआईसी) के तहत कोरोना वायरस को महामारी करार दिए जाने से काफी पहले ही जांच सहित कई उपाय करने शुरू कर दिये थे। केंद्रीय मंत्री ने आज यहां कोरोना वायरस से संबंधित मुद्दों पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में 30 भारतीय हवाई अड्डों पर दुनिया के सभी हिस्सों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है और अभी तक 6,49,452 यात्रियों की जांच की जा चुकी है। इस मौके पर नागर विमानन सचिव, एयर इंडिया के सीएमडी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष और डीजीसीए के महानिदेशक भी उपस्थित थे।


श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दुनिया के सभी हिस्सों से आने वाले यात्रियों की व्यापक जांच भारतीय हवाई अड्डों पर शुरू हो गई है। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद जिन यात्रियों में बुखार के शुरुआती लक्षण दिखते हैं, उनके विस्तृत परीक्षण के लिए आगे की प्रक्रिया की जाती है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से भारतीय हवाई अड्डों पर रोजाना आने वाले लगभग 70,000 यात्रियों की जांच की जा रही है। मंत्री ने कहा कि एयर इंडिया के द्वारा वुहान से अभी तक 654 लोगों को वापस लाया जा चुका है। इसके अलावा एयर इंडिया द्वारा जापान के योकोहोमा में खड़े कोविड-19 से प्रभावित क्रूज शिप डायमंड प्रिंसेस से पांच विदेशी नागरिकों सहित 124 लोगों को भी वापस लाया गया है। भारतीय वायु सेना ने वुहान से 112 लोगों को निकाला, जिसमें म्यांमार, बांग्लादेश, मालदीव, चीन, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और मेडागास्कर के 35 नागरिक शामिल हैं।


श्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 12 से 15 मार्च 2020 तक होने जा रहे नागरिक उड्डयन क्षेत्र के एक प्रमुख कार्यक्रम विंग्स इंडिया 2020, का आयोजन अब संक्षिप्त रूप में किया जाएगा। भारी जनसमूह की भागीदारी से बचा जाएगा। इस कार्यक्रम में स्थानीय प्रतिनिधि शामिल होंगे। भारत के बाहर के प्रतिनिधियों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की योजना बनाई जा रही है।


मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय और ईरान सरकार के साथ मिलकर ईरान से  भारतीयों को निकालने की योजना बनाई जा रही है।


उन्होंने कहा कि नियमित अंतराल पर मंत्रियों के समूह की बैठकों का आयोजन किया जा रहा है और इस तरह की चार बैठकें हो चुकी हैं। कैबिनेट सचिव भी नियमित रूप से  स्वास्थ्य, रक्षा, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन, गृह, कपड़ा, वाणिज्य, आयुष सहित सभी संबंधित मंत्रालयों और राज्यों के मुख्य सचिवों सहित अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि भारत सरकार नियमित रूप से डब्ल्यूएचओ मुख्यालय, क्षेत्रीय कार्यालय और भारतीय कार्यालय के साथ संपर्क में हैं। साथ ही बदलते वैश्विक परिदृश्य पर नजर बनाए हुए है। मंत्री ने कहा कि सरकार, उद्योग, पर्यटन क्षेत्र सभी इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित एजेंसियां ​​24 घंटे एक-दूसरे के संपर्क में हैं।


कोरोना वायरस रोग के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय



  • नागर विमानन मंत्रालय एन-कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उपाय करने में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की सहायता कर रहा है।

  • वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नागर विमानन मंत्रालय द्वारा किए गए उपाय निम्नलिखित हैं:

  • अंतर्राष्ट्रीय परिचालन वाले 30 हवाई अड्डों पर कोरोना वायरस की लिए व्यापक जांच की जा रही है। अभी तक (5 मार्च 2020, 10:00 बजे) 6550 उड़ानों से आने वाले कुल 6,49,452 यात्रियों की जांच की जा चुकी है।

  • सभी हवाई अड्डों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले सभी यात्रियों की विशेष चिह्नित एयरोब्रिज से बाहर आने पर एचपीएचओ से जांच कराई जाए। एचपीएचओ से मंजूरी के बाद सभी यात्रियों को आव्रजन की ओर जाने के लिए स्वीकृति दी जाएगी।

  • सभी हवाई अड्डा परिचालकों को जांच के उद्देश्य के लिए एयरोब्रिज की पहचान करनी होगी और इसके लिए जरूरी ढांचा उपलब्ध कराना होगा।

  • सभी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर हवाईअड्डे वार नोडल अधिकारियों की नियुक्त कर दी गयी है और बिना किसी देरी के नोडल अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश जारी करने के वास्ते स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को इनकी सूची भी उपलब्ध करा दी गई है।

  • संकेतक: अंतर्राष्ट्रीय परिचालन वाले सभी हवाई अड्डों पर निर्दिष्ट स्थानों पर संकेतक प्रदर्शित किए गए हैं।

  • स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देशों के तहत सभी विमानन कंपनियों को उड़ान के दौरान घोषणाएं करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों से एक डुप्लिकेट 'सेल्फ रिपोर्टिंग फॉर्म' भरने के लिए कहा जा रहा है।

  • डीजीसीए द्वारा सभी विमानन कंपनियों को परीक्षण के लिए नामित आईसीएमआर-एनआईवी पुणे लैब से एनसीओवी नमूने लेने के निर्देश दे दिए गए हैं।    



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