उन्होंने कहा कि यह संस्कृति मंत्रालय की ओर से विश्व की नारी शक्ति के लिए एक छोटा सा उपहार है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण अपने स्मारकों पर आने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में 29 अगस्त 2019 को आगरा के ताजमहल परिसर में उनके द्वारा एक बेबी केयर एंड फीडिंग रूम का उद्घाटन किया गया था और इसके बाद पूरे भारत में विभिन्न स्मारकों में इसकी स्थापना की गई थी।
उन्होंने कहा कि इन स्मारकों पर महिला आगंतुकों को सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने निम्नलिखित प्रावधान किए हैं:-
- भारत भर के विभिन्न स्मारकों में बेबी फीडिंग रूम / चाइल्ड केयर सेंटर।
- स्मारकों पर आने वाली महिलाओं के लिए स्वच्छ शौचालय की सुविधा।
- महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला सुरक्षा गार्ड की तैनाती।
- लाल किला और ताजमहल जैसे कुछ प्रमुख स्मारकों में टिकट / टोकन खरीदने वाली महिलाओं के लिए अलग कतार।
- लाल किला और ताजमहल जैसे कुछ प्रमुख स्मारकों में महिलाओं के लिए अलग प्रवेश और निकासी द्वार।
- एएसआई और सीआईएसएफ के कर्मचारियों के लिए ‘लैंगिक संवेदनशीलता’ जैसे विषयों पर नियमित रूप से बातचीत सत्र जैसी विशेष पहल।
- महिला यात्रियों की तलाशी के लिए प्रवेश द्वार पर महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती।
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