वियतनाम के उपराष्ट्रपति का भारत में स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और वियतनाम सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों के समृद्ध इतिहास से बंधे हैं। आज, भारत-वियतनाम संबंधों को व्यापक रणनीतिक भागीदारी के रूप में जाना जाता है। भारत को वियतनाम के साथ एक मजबूत विकास सहयोग साझेदारी करने का विशेषाधिकार है। भारत अपने प्रमुख तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के माध्यम से वियतनाम में अधिक क्षमता निर्माण को बढ़ावा देना चाहता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इसकी भारत-प्रशांत विजन के लिए वियतनाम महत्वपूर्ण है। वियतनाम आसियान के साथ भारत के जुड़ाव की एक अमूल्य कड़ी भी है। उन्होंने आसियान की अध्यक्षता के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बनने के लिए वियतनाम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत अपनी वैश्विक साझेदारी को प्रगाढ़ बनाने के लिए वियतनाम के साथ काम करने के लिए आशान्वित है।
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