कछौना/ हरदोई। (अयोध्या टाइम्स)विकासखंड कछौना के समसपुर गांव में विद्या भारती अवध प्रांत द्वारा संचालित विनय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में वार्षिक उत्सव एवं पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय में आए हुए सभी अतिथियों के द्वारा सर्वप्रथम मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण व पूजन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई विद्यालय परिसर में शिशु वाटिका का उद्घाटन मुख्य अतिथि विभा पांडे के द्वारा फीता काटकर किया गया तत्पश्चात शिशु मंदिर के भैया बहनों के द्वारा तरह-तरह के मनमोहक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें सर्वप्रथम भैया बहनों के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत कर आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया तत्पश्चात सामाजिक तथा साहसिक एवं देश प्रेम पर आधारित गीत एवं नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए गए समाज में फैली हुई जातिवाद छुआछूत भेदभाव के प्रति बच्चों ने एक ऐसा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया जिससे वहां पर मौजूद लोगों के दिलों को भेद गया तथा कुछ बच्चों ने पर प्रतिबंधित पॉलीथिन के प्रति नुक्कड़ नाटक कर होने वाले प्रकृति को नुकसान तथा आम जनजीवन पर पड़ने वाले असर को भी दर्शाया और पॉलीथिन का प्रयोग न करने संदेश नुक्कड़ नाटक से दिया जिससे पूरा विद्यालय तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा विद्यालय परिसर में पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन हुआ जिसमें आए हुए सभी पत्रकार बंधुओं तथा अतिथियों का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया इस कड़ी में विद्यालय के प्रधानाचार्य विकास चंद्र श्रीवास्तव के द्वारा मुख्य अतिथि गौरव पांडे, प्रबंधक विपिन तिवारी, संस्थापक ओमप्रकाश तिवारी कोषाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार तिवारी तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विजय कुमार सिंह प्रधानाचार्य महरी विशिष्ट अतिथि ब्रह्म कुमार सिंह जिला प्रतिनिधि भाजपा मुख्य वक्ता राम शंकर शुक्ला प्रधानाचार्य तथा सुनील सिंह कुशवाहा पत्रकार आई एन ए न्यूज़ एवं ललित गुप्ता जिला संवाददाता अयोध्या टाइम्स आदि आए हुए सभी पत्रकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनको सम्मानित किया इस मौके पर आए हुए अतिथियों ने अपने अपने संबोधन में विद्यालय के भविष्य की उज्जवल कामना करने के साथ विद्यालय में वर्तमान समय से और बेहतर शिक्षा व्यवस्था पर जोर दिया और वर्तमान समय में शिक्षा के गिरते हुए स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए आने वाले समय में सामाजिक शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक व्यायाम तथा उत्तम शिक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए शिक्षा व्यवस्था को बेहतर कैसे बनाया जाए इस पर अपने अपने विचार व्यक्त किए और सबसे अहम बात आज हमारे बीच शिष्टाचार की भारी गिरावट होने के चलते हमारा समाज बिखर रहा है जिससे शिक्षा के साथ-साथ शिष्टाचार का भी विद्यालय में ज्ञान कराने की बहुत बड़ी आज आवश्यकता है
No comments:
Post a Comment