लखनऊ में डिफेंसएक्सपो 2020 के चौथे दिन समापन समारोह को संबोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश असीमित संभावनाओं का प्रदेश है और डिफेंसएक्सपो 2020 ने राज्य को रक्षा क्षेत्र में नई पहचान दिलाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि 23 समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने से राज्य के डिफेंस कॉरिडोर को नए निवेश हासिल करने में बड़ा प्रोत्साहन मिला है।
उन्होंने कहा कि डिफेंसएक्सपो 2020 भारत को विश्व पटल पर रक्षा उत्पादन हब और निर्यातक के तौर पर स्थापित करेगा। उन्होंने डिफेंसएक्सपो 2020 का उद्घाटन करने और विश्व पटल पर भारत की बेहतर छवि बनाने वाली नीतियों को अपनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस डिफेंसएक्सपो में आयोजित हुए भारत-अफ्रीकी रक्षा मंत्रियों के पहले सम्मेलन में अपनाई गई लखनऊ घोषणा डिफेंसएक्सपो 2020 की एक अन्य अभूतपूर्व उपलब्धि रही।
रक्षा मंत्री ने इस रक्षा प्रदर्शनी को भव्य एवं सफल समारोह बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में प्रदेश सरकार और सभी हितधारकों का धन्यवाद किया।
श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में प्रयागराज कुंभ मेला, उत्तर प्रदेश निवेशक शिखर सम्मेलन, प्रवासी भारतीय दिवस और डिफेंसएक्सपो का सफल आयोजन कर प्रदेश की छवि और प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयां देने का कार्य किया है।
उन्होंने डिफेंसएक्सपो 2020 को रक्षा महाकुंभ की संज्ञा देते हुए कहा कि इस रक्षा प्रदर्शनी में 03 हजार से ज्यादा विदेशी प्रतिनिधियों,10 हजार से ज्यादा भारतीय प्रतिनिधिमंडल और 12 लाख दर्शकों ने हिस्सा लिया और इसने उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर के विकास की मजबूत बुनियाद रखने का कार्य किया।
रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने अपने संबोधन में डिफेंसएक्सपो को उत्कृष्ट निष्पादित कार्य बताते हुए कहा कि इस रक्षा प्रदर्शनी में आयोजित सभी समारोह बेहतर तरीके से संचालित एवं संपन्न हुए। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी ने उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर में निवेशकों की रुचि को जागृत करने का कार्य किया।
आज डिफेंसएक्सपो को जनता के लिए खोले जाने के बाद बच्चों, बुजुर्गों, युवकों, युवतियों और स्कूली छात्र-छात्राओं सहित बड़ी संख्या में दर्शक इस विशाल प्रदर्शनी को देखने के लिए आए एवं रक्षा उपकरणों तथा सशस्त्र सेनाओं के हैरतअंगेज कारनामों से रोमांचित हुए।
डिफेंसएक्सपो अगले पांच वर्षों में होने वाले रक्षा निर्यात के लिए प्रधानमंत्री द्वारा लक्षित 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के विकास का गवाह बना जो बदले में भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद करेगा। यह भारतीय रक्षा उद्योग को अति आवश्यक हथियार प्रदान करने वाले एक सफल नवोन्मेषक के रूप में सबसे ज्यादा हथियार आयात करने वाले भारत के टैग को हटाने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री ने रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में अगले पांच वर्षों में 15,000 से अधिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को लाने के लिए भी मार्ग तैयार किया।
डिफेंसएक्सपो 2020 में 07 फरवरी को आयोजित बंधन समारोह में 13 से ज्यादा उत्पादों को लॉन्च किया गया तथा यह रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (डीपीएसयू), निजी और वैश्विक रक्षा निर्माण कंपनियों के बीच 124 से ज्यादा समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाने और भारत में आयोजित सबसे सफल एवं शानदार आयोजन होने का गवाह बना। रक्षा क्षेत्र के विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों (डीपीएसयू), भारतीय निजी रक्षा कंपनियों तथा विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा नवोन्मेष सहभागिता लक्ष्य वाले अनुबंधों पर नए सिरे से साझेदारी करने और देश में रक्षा निर्माण के परिवर्तन के उद्देश्य से हस्ताक्षर किए गए। हस्ताक्षर किए गए समझौतों में से 23 उत्तर प्रदेश सरकार के थे। इन समझौता ज्ञापनों से राज्य में स्थापित किए जा रहे डिफेंस कॉरिडोर में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश और 03 लाख रोजगार अवसरों की संभावना है।
डिफेंसएक्सपो 2020 में भारतीय पैवेलियन ने भारतीय रक्षा उद्योगों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकीय नवोन्मेषों तथा उत्पादों का प्रदर्शन किया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआर), ऑगमेंटेड वर्चुअल रियलटी (एवीआर), स्वातयशासी प्रणालियां, सैन्य वस्तुओं को इंटरनेट के साथ जोड़ना (इंटरनेट ऑफ मिलिट्री थिंग्स या आईओएमटी) और उद्योग 4.0 जैसी प्रौद्योगिकी को भी पैवेलियन में दर्शाया गया।
भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा लखनऊ में दो स्थानों पर लाइव प्रदर्शन किए गए। डिफेंसएक्सपो स्थल पर दर्शकों को रोमांचित करते हुए भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना ने लाइव प्रदर्शन किए और भारतीय नौसेना तथा भारतीय तटरक्षक बल ने गोमती नदी पर लाइव प्रदर्शन किए। भारतीय सेना के डेयरडेविल्स द्वारा अपनी बाइक पर प्रदर्शन करना, सूर्यकिरण जेट विमानों द्वारा उड़ान भरना, कमांडो प्रदर्शन तथा स्काई राइडिंग इत्यादि प्रदर्शनों ने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
डिफेंसएक्सपो ने भारतीय रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों की इकाइयों को अपने तकनीकी नवोन्मेष तथा नए उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया। नए उत्पादों को विकसित करने के लिए नई भागीदारी और सहभागिता से सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों को लाभ हुआ।
डिफेंसएक्सपो 2020 के दौरान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटिड (एचएएल) को लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर के प्रारंभिक परिचालन मंजूरी प्रमाणपत्र (आईओसी) जारी करने के रूप में एक बड़ी घोषणा की गई। लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) को चीता और चेतक हेलिकॉप्टर के प्रतिस्थापन के रूप में तैयार और विकसित किया गया है जो वर्तमान में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा प्रयोग में लाए जा रहे हैं। लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) 3-टन वर्ग में एक नई पीढ़ी का हेलिकॉप्टर है जिसमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिक विशेषताएं शामिल हैं, जो आने वाले दशकों में हेलिकॉप्टर के इस वर्ग की जरूरतों को पूरा करेगा।
आयुद्ध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) ने 36 किलोमीटर रेंज वाली 155 एमएम की ‘शारंग’ गन को लॉन्च किया और इसका एक मॉडल थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे को सौंपा। आयुद्ध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) ने 100 मीटर रेंज की जेवीपीसी अल्फा गन, 800 मीटर रेंज की लाइट मशीन गन और यूजीबीएल- अंडर बैरेल ग्रेनेड लॉन्चर को लॉन्च किया।
भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) ने एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल अमोघा-3 को लॉन्च किया। यह ‘मानव द्वारा वहनीय, दागो और भूल जाओ’ सिद्धांत पर आधारित मिसाइल है।
भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) ने डीआरडीओ के तकनीकी मार्गदर्शन में निर्मित एंटी-सबमेरिन टारपीडो- वरुणास्त्र का भी प्रक्षेपण किया।
समापन समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना, रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पाद विभाग के विशेष सचिव श्री बरुण मित्रा, यूपिडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अवनीश कुमार अवस्थी और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के मुख्य प्रबंध निदेशक श्री माधवन आर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डिफेंसएक्सपो 2020 जनता के लिए 09 फरवरी 2020 को खुला रहेगा।
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