कीर्तन, सामूहिक साधना व आध्यात्म संदेश के साथ किया गया प्रसाद वितरण
कानपुर नगर, आनन्द मार्ग प्रचारक संघ कानपुर के द्वारा नीलकंठ दिवस का आयोजन पीएसी मोड पर किया गया, जिसमें
सामूहिक कीर्तन के साथ आध्यात्मिक संदेश दिया गया तथा प्रसाद वितरण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में उमाशंकर विश्वकर्मा, आचार्य मुकेशानन्द अवधूत, आचार्य महाप्रेमानंद अवधूत ने बताया कि नीलंकठ दिवस पर नारायण सेवा का आयोजन किया गया है क्यों की नर सेवा ही नारायण की सेवा है। बताया कि पूरे विश्व में आनन्द मार्ग के संस्थापक श्रीश्री आनन्दमूर्ति जी को सन् 1973 में पटना के बांकीपुर जेल में जहर दिया गया था, जो उनके खिलाफ षडयंत्र के तहत था। इस घटना में श्री आनन्दमूर्ति जी बच गये थे, इसी उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष नीलकंठ दिवस का आयोजन किया जाता है। उन्होने बताया कि कार्यक्रम में बाबा नाम केवलम अखण्ड र्कीतन किया गया, उसके उपरान्त सामूहिक साधाना तथा अध्यात्मिक संदेश आचार्यो द्वारा दिया गया। आचार्यो ने कहा नर को नारायण समझकर सेवा करना प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य है और आनंद मार्ग इसी का अनुसरण करते हुए बिना भेदभाव के दुनिया में आध्यात्म का प्रचार कर रहा है। इस दौरान आचार्य रूडशिखानंद अवधूत, आनन्द ज्योति रेखा, डा0 जितेन्द्र, मुन्ना सिंह तोमर आदि उपस्थित रहे।
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