Monday, February 10, 2020

 मेडिकल काॅलेज को सौंप दी गयी डा0 गिरिराज किशोर की देह

 नम आंखो से दी गयी विदाई
कानपुर नगर, पद्मश्री से विभूषित डा0 गिरिराज किशोर को उनके चाहने वालो ने नम आंखो से विदाई दी। इसके उपरान्त उनकी देह को मेडिकल  काॅलेज को सौंप दिया गया। चोट के कारण गिरिराज जी बीते तीन महीने से बिस्तर पर थे और रविवार को उनका प्राणान्त हो गया। सोमवार की सुबह   उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए साहित्यकार, नेता तथा आमजन मानस सूटरगंज स्थित उनके निवास पर पहुंचे। 
                    साहित्य जगत की प्रख्यात हस्ती मद्मभूषण डा0 गिरिराज किशोर का शनिवार को लंबी बीमारी  के बाद निधन हो गया था। वह सूटरगंज में रहते थे। डा0 साहब की रचनाओं में ढाई घर तथा पहला गिरमिटिया बहुचिर्चित उपन्यास थे। वह स्वतंत्र लेखन के लिए जाने जाते थे साथ ही समाजिक विषयों पर भी गहन अध्यन करते थे।
आपने कई विषयों पर अपनी लेखनी और विवेक से समाज का मार्ग दर्शन किया। डा0 गिरिराज जी समाजसेवा में भी सर्वोपरी थे तथा कई संस्थाओं को अपने अनुभवों से प्रेरित करते थे। उन्होने अपने मृत्यु से पहले अपनी देह का भी दान  कर दिया था। सोमवार को उनके निवास से उनकी अंतिम यात्रा कनकाली गयी, जो जीएसवीएम मेडिकल काॅलेज पहुंची तथा वहां जेएसपीएम मेडिकल काॅलेज प्रबंधन को उनकी देह सौंपी गयी। उनके अंतिम दर्शन करने के लिए कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, भाजपा विधायक सुरेन्द्र मैथानी, गांधी प्रतिष्ठान के सुरेश गुप्ता, शाकिर अली उस्मानी सहित अन्य गणमान्य लोगो ने उन्हे उपस्थित होकर श्रद्धांजली दी।


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