कानपुर नगर, किसान संघर्ष समित द्वारा कानपर व उन्नाव के 29 गांवो को कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहीत किए
जाने के विरोध में जिलाधिकारीब्रम्हदेवराम तिवारी को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि 1996 को गंगा बैराज के डाउन स्ट्री मार्जिनल बंध एवं शनि रोड के मध्य 13 गावों तथा सन् 2000 को जनपद के सीमान्तर्गत गंगोत्री टाउनशिप योजना हेतु तहसील व उन्नाव के 16 गाव कुल 29 गावों को अधिसूचित कर केडीए में शामिल किया गया था लेकिन 24 वर्ष बीतने के बाद यह गांव अपनी बेहाली पर रोह रहे हैै। यहां जमीनो की रजिस्ट्री पर 2 प्रतिशत केडीए विकास शुल्क लेता है जो कानपुर विकास रोड सिविल लाइन की है अतः इन गांवो का भी उसी प्रकार विकास करना चाहिये जैसा शहर का हो रहा है। कहा 29 ग्राम क्षेत्रो में बनने वलो आवासी, व्यवसायिक औधोगिक भवन, शिक्षण संस्था, फार्म हाउस, ग्रहुप हाउसिंग, दुकाने, मार्केट, धर्माथ या जनहितार्थ भवन आदि का मानचित्र अनुमोदन बिना निर्माण करना संभव नही हो रहा है, लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है। यदि कानपुर विकास प्राधिकरण हमारे क्षत्रों का संपूर्ण विकास नही कराता है जिसकी जिम्मेदारी उसकी है। कहा हम लोगों को कानपुर व उन्नाव के जिला पंचायत के तहत समायोजित कराये जिसेस क्षेत्र का विकास होगा तो सभी किसानो एवं ग्रामवासियों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी एवं हम अपने परिवार एवं बच्चों को अच्छी शिक्षा दे पायेगे। कहा नकी मांग यदि एक माह में नही मानी गयी तो वह आंदोलन करेगे। इस अवसर पर सुरेश गुप्ता, पंकज गुप्ता, डा0 रामबालक यादव, अनूप यादव, अजीत कुमार, विनोद कुमार, रवि निषाद, राजेन्द्र लोधी, राम खिलावन, जगदीश सिंह, कालिका प्रसाद, छेदी लाल आदि उपस्थित रहे।
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