Tuesday, February 4, 2020

जौहर यूनिवर्सिटी में चकरोड की जमीन पर बनी इमारतों को तोड़ने के लिए प्रशासन ने जारी किया नोटिस

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर-सपा सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में चकरोड की जमीन पर बनी इमारतों को तोड़ने के लिए प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिए हैं। दो सप्ताह के अंदर इन्हें नहीं तोड़ा गया तो प्रशासन खुद तुड़वा देगा और फिर उसके हर्जे खर्च की वसूली भी यूनिवर्सिटी से की जाएगी।उपजिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि दो नोटिस जारी किए गए हैं। एक नोटिस यूनिवर्सिटी को संचालित करने वाले मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के अध्यक्ष आजम खां को और दूसरा नोटिस जौहर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को दिया गया है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी परिसर में चार चकरोड हैं, जिनकी 17 बीघा जमीन है। एक चकरोड पर यूनिवर्सिटी की चारदीवारी बनी है, जबकि दूसरे पर मेडिकल कैंपस है, तीसरे पर एक नई इमारत बनी है, जबकि चौथे चकरोड पर वाइस चांसलर आवास का कुछ हिस्सा बना है। इन्हें खाली कराया जाना है। इसके लिए नोटिस जारी किए गए हैं। 15 दिन का समय दिया गया है। इस अवधि में चकरोडो से निर्माण को नहीं हटाया गया तो प्रशासन उसे ध्वस्त कराएगा। इसका हर्जा-खर्चा भी यूनिवर्सिटी से वसूला जाएगा। यह है मामला सपा शासनकाल में चार चकरोड यूनिवर्सिटी परिसर में ले लिए गए थे। इसके बदले में दूसरी जमीन दे दी गई थी। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की। कहा कि चकरोड के बदले में अनुपयोगी जमीन दी गई है। इस पर प्रशासन ने जांच पड़ताल के बाद राजस्व परिषद में वाद दायर कराए। पिछले माह राजस्व परिषद प्रयागराज ने चकरोड की जमीन खाली कराने के आदेश कर दिए। इस आदेश के अनुपालन में प्रशासन ने तीन दिन पहले चकरोड की जमीन की पैमाइश कराकर ग्राम पंचायत सींगनखेड़ा को सौंप दिया। इसी ग्राम पंचायत के क्षेत्र में जौहर यूनिवर्सिटी बनायी गई है।

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