केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज जम्मू में एम्स के भवन का ‘भूमि पूजन’ किया। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश में एकमात्र ऐसा राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश है, जहां के लिए दो एम्स मंजूर किए गए हैं। इनमें से एक एम्स जम्मू में और दूसरा कश्मीर में होगा। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों के विकास एवं सफलता की गाथा की तर्ज पर ही केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर भी फोकस करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया। डॉ. सिंह ने कहा कि दो एम्स के अलावा जम्मू-कश्मीर में नौ मेडिकल कॉलेजों को भी मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति से इतर लोगों के कल्याण से जुड़ी सरकार की नई कार्य संस्कृति से लोगों को काफी लाभ पहुंचा है।
केन्द्र सरकार ने जनवरी, 2019 में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत जम्मू में साम्बा जिले के विजयपुर में एम्स खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष 3 फरवरी को जम्मू में एम्स की आधारशिला रखी थी। अनुमानित 1661 करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना सीपीडब्ल्यूडी द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। इस परियोजना के 30 महीनों में अगस्त, 2022 तक पूरा हो जाने का अनुमान है। इसका कुल बिल्ड-अप एरिया 22,315 वर्गमीटर है। जब एम्स जम्मू बनकर तैयार हो जाएगा, तो यह सुपर स्पेशियलिटी विभागों से युक्त 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा। यही नहीं, एम्स जम्मू में एक मेडिकल कॉलेज के अलावा एक नर्सिंग कॉलेज भी होगा। एम्स जम्मू एक हरित भवन होगा, जिसमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी एवं उपकरण होंगे।
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