Tuesday, February 4, 2020

भूमाफियाओं से सांठ-गांठ कर ग्वालटोली थाना पुलिस लगाती है गलत आख्या

 आख्या रिपोर्ट में उप निरीक्षक ने गढी झूठी कहानी, मुख्य व्यक्तियो की जगह फर्जी व्यक्ति को बताया मकान की रजिस्ट्री
 कराने वाला।
 उपनिरीक्षक ने सार्वजनिक मंदिर को बताया छोटा मंदिर, पीडित को ही गलत साबित करने पर अमादा।
कानपुर नगर, यदि पुलिस अपना काम ईमानदारी से करे तो शहर से काफी हद तक अपराध समाप्त हो सकता है। दबंगो, भूमाफियाओं  और पैसे वालो से मिलकर यह पुलिस अदालतो और विभागो और प्रार्थनापत्रो पर झूठी आख्या लगा देती है और इसका खामयाजा, मजलूमो,  असहायो और पीडितों को करना पडता है। कुछ पैसे की लालच में पुलिस इतनी अंधी हो जाती है कि उसे सही और गलत का भी ध्यान नही  रहता और न ही यह डर रहता है, सच्चाई सामने आने पर अधिकारी या शासन द्वारा उनपर भी कार्यवाही हो सकती है। एक ऐसे ही प्रकरण में थाना ग्वालटोली पुलिस ने राज्यपाल महोदय के यहां से आई जांच में झूठी आख्या प्रेषित करते हुए एक बडे मंदिर को जहां छोटा मंदिर बताया वहीं दबंगो और भूमाफियाओं द्वारा फर्जी रजिस्ट्री कराने वालो के नाम छिपा कर किसी ऐसे व्यक्ति का नाम लिख दिया जिसके मकान की रजिस्ट्री कराई ही नही। इतना ही नही पुलिस ने पीडित को मंदिर सम्पत्ति पर कब्जा करने वाला साबित करने की कोशिश की जबकि पीडित सिर्फ उक्त मंदिर सम्पत्ति का सर्वाराकार हैं
               थाना ग्वालटोली क्षेत्र में स्थित 12/162 एक मंदिर धर्मादा सम्पत्ति है, इस सम्पत्ति पर कुछ दबंग और भूमाफिया किस्म के लोगो  ने फर्जी रजिस्ट्री करा ली है, जिसके तमाम मुकदमें न्यायालय के समक्ष विचाराधीन भी है। वही मकान मे रहने वाले पीडित द्वारा मा0 राज्यपाल को  प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमें आई जांच ग्वालटोली थाने में रहे उप निरीक्षक मनोज कुमाद भाटी ने की। भाटी द्वारा दबंगो से सांठ-गांठ कर झूठी आख्या प्रेषित कर दी गयी, जिसमें उप निरीक्षक मनोज भाटी ने उक्त मंदिर परिसर की फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले तीन नाम रानी पाण्डेय, सुमन पाण्डेय था सुधीर कुमार पाण्डेय का नाम छिपा दिया और मनोज शुक्ला जिसका उक्त परिसर से लेना देना नही, ऐसा कोई व्यक्ति भी क्षेत्र में नही उसे रजिस्ट्री
करने वाला बताया। इतना ही नही उल्टा पीडिता को ही आख्या में कहा कि वह मकान को अपनी जगह बता रहा है, जबकि पीडित महज उस मंदिर सम्पत्ति  का सर्वराकार है। इसके अलावा उक्त परिसर में शिव भोलेनाथ विराजमान मंदिर है जो क्षेत्र की आस्था का केंद्र भी है और बडा मंदिर है, उसे उपनिरीक्षक मनोज  कुमार भाटी ने छोटा सा मंदिर बताया। ऐसे में पीडित ने बताया कि मनोज भाटी ने दबंगो से सांठ-गांठ कर उसके द्वारा दिये गये प्रार्थनापत्र पर गलत, झूठी रिपोर्ट लगाकर भेज दी। सच सामने न आने पर पीडित की काफी क्षति हुई है। पुनः पीडित ने राज्यपाल महोदय से मिलकर तत्काली ग्वालटोली उपनिरीक्षक मनोज कुमार भाटी  व थाना प्रभारी जय प्रकाश पाल पर गलत आख्या प्रेषित किये जाने को लेकर कार्यवाही करने के लिए शिकायत करेंगे।


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