युवाओं तुम्हें जगना होगा
विवेकानंद के सपनों
के पथ पर चलना होगा।
चारों ओर शोर फैला
सडको पर सैलाव उमडा
कौन सच्चा कौन झूठा
सवालो ने घेरा डाला
सब को विश्वास में लाना होगा
युवाओं तुम्हें जगाना होगा।
कर्तव्य और कार्यशैली
ढूँढ रही ईमानदारी
हर नजर तालाश रही
वो विश्वास और साथ
जो वादा किया गया
हर मंच और सभाओ में
वक्त के साथ हर वादा
समय पर निभाना होगा
युवाओं तुम्हें जगाना होगा
न बहकूँगे न बहकने दूँगा
के पथ पर चलना होगा
छिपे गद्दारो को जहन मे
राष्ट्रवाद जगाना होगा
उन्नति के लिए सबको साथ लाना होगा
युवाओं तुम्हें जगना होगा।
कोई बडा नही है कर्तव्यो से
मिलकर काम करो और नेक काम करो
ऊँचे-नीचे का भेद मिटाना होगा
युवाओं तुम्हें जगना होगा।
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