Monday, January 20, 2020

 सेंट्रल के आस-पास के होटल बने अईयाशी के अड्डे

Û एसआर होटल में होता है देह व्यापार का खुला खेल
Û युवक-युवतियां के साथ आते है स्कूली छात्र व छात्रायें
Û होटल संचालक ने भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे तोडे, पुलिस नही लगने दे रही सीसीटीवी कैमरे
Û होटलो में पुलिस के संरक्षण में फल-फूल रहा है देह व्यापार
Û तथा कथित पत्रकार व उसका पाटनर कर रहा होटल का संचालन, शासन-प्रशासन मंे दर्जनो शिकातयो के बाद भी नही होती कार्यवाही
कानपुर नगर, नगर में कई बार देह व्यापार से जुडे मामले सामने आये है। कुछ ही दिन पहले ही एक पोर्टल की आड में सैक्स रैकेट
का भांडा फोड हुआ है। सरकारें चाहे भले ही महिलाआ सुरक्षा व महिला उत्पीडन के लिए सख्त कानून बनाती आयी हो लेकिन हकीकत
यह है कि महिलाओ और युवतियों को समाज में कहीं न कहीं पुरूष वर्ग का शिकार होना पड रहा है। दूसरी तरफ अवैध तरीके से धन कमाने
वाले गंदे से गंदे रास्ते अपनाते है। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के आस-पास दर्जनो होटल बने हुए है, जहां पुलिस के संरक्षण में अईयाशी का अड्डा
चलता है। होटलो में युवक-युवतियां आते है और कुछ घंटो के लिए किराये पर कमरा लेते है और फिर यहां हैवानियत का नंगा नाच होता है।
सेंट्रल स्टेशन के आस-पास के होटलो में अमानवीय कृत्य होते है। महज कुछ घंटो के लिए कमरा देकर 1 से 2 हजार रू0 तक प्रेमी जोडो से लिया
जाता है और यह होटल अईयाशी का अड्डा बन गये है। इतना ही नही स्थानीय थाना पुलिस का कारोबार और इसके करने वाले को पूरा संरक्षण देती
है। पूर्व में यहां कुछ होटलो में देह व्यापार का मामला भी सामने आया था, लेकिन समय बीतने के साथ फिर वैसा ही हो गया। एक ऐसा ही मामला फिर
सामने आया है जिसमें घण्टाघर आर एस होटल एक बार फिर चर्चा में आया है, यहां युवक-युवतियां कुछ घंटो के लिए कमरा लेते है और ऐश करके निकल
जाते है। इतना ही नही यहां आने वालो में स्कूली छात्र व छात्राये तो होती ही है साथ ही कुछ ऐसे भी मामले है जिसमें लडकियो को जबरन लाया जाता है।
पूरे क्षेत्र के लोगों को इसकी जानकारी है और लोगों द्वारा समय समय पर शिकायते भी की जाती रही है लेकिन पुलिस जांच का रूख ही मोड देती है। होटल आरएस
का संचालक अपने को पत्रकार कहता है साथ ही अन्य रसूखदार लोगो के साथ उसका उठना बैठना भी है। सूत्रों की माने तो इस प्रकार होटलो में हो रहे अमानवीय
कार्यो से होने वाली अवैध कमाई का बडा हिस्सा स्थानीय पुलिस को जाता है, और पुलिस के संरक्षण में ही इन होटलो में देह व्यापार का कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा
है।
           घण्टाघर क्षेत्र में कुछ वर्ष पहले कुछ ही होटल थे जहां बाहरी यात्री ठहरते थे। इधर कुछ वर्षो मंे दर्जनो होटल बन गये है जहां अमानवीय कृत्य किया जाता है।
इतना ही नही इन होटलो में लडकियों की सप्लाई तक होती है और इसके ठोस प्रमाण भी है। अपने को पत्रकार कहने वाला विमल जेटली नाम का व्यक्ति तथा उसका पाटनर
अनुराग गुप्ता घण्टाघर स्थित होटल एसआर पैलेस के संचालक है। होटल भवन मालिक का कहना है कि इस होटल में अमानवीय कृत्य किया जाता है, यहां लडके कुछ घंटो क लिए लडकियां लेकर
आते है और अपनी वासना मिटाकर चले जाते है। उन्होने बताया कि पूरे क्षेत्र में इस बात चर्चा है और उनके द्वारा चैकी से लेकर राष्ट्रपति तक से सबूतो सहित शिकायत की जा
चुकी है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही की गयी। उन्होने बताया कि विमल जेटली के भाई पंकज ने उनसे होटल संचालन के लिए उसे किराये पर लिया था, जबकि कुछ समय
बाद ही पंकज बाहर चलाया गया और तब से विमल जेटली व उसका पाटनर अनुराग गुप्ता होटल का संचालन करता आ रहा है। मकान मालिक का कहना है कि उसने अपने भवन
में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे है जिसमें हजारो फुटेज ऐसे है जिसमें लडके लडकियां आते है और कुछ समय बाद चले जाते है। उसका कहना है कि यदि
उनके सीसीटीवी कैमरे की प्रत्येक दिन की फुटेज और होटल रजिस्टर का मिलान किया जाये तो हकीकत सामने आ जायेगी। इतना ही नही इस होटल के कई बंधे हुए
कस्टमर भी है जो समय समय पर पर अलग-अलग लडकियों के साथ आते रहते है। भवन के मालिक का कहना है कि उसने इस सम्बन्ध में दर्जनो शिकायते चैकी से लेकर राष्ट्रपति स
े की लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई वहीं होटल संचालक विमल जेटली अपनी दबंगई से भवन में लगे सीसीटीवी कैमरो को तोड दिया। इसकी शिकायत जब की गयी तो क्षेत्रीय पुलिस ने
कहा कि आप कैमरा नही लगावा सकते जबकि आला अधिकारियों के आदेश है कि ऐसे स्थानो पर कैमरा लगवाना जरूरी है। होटल मालिक ने बताया कि होटल संचालक के द्वारा कराये जा
रहे अमानवीय कृत्यो की शिकायत वह 2016 से शासन व प्रशासन स्तर पर कर रहा है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नही हो रही है वहीं पुलिस द्वारा उल्टा उन्हे ही परेशान किया जाता है।
बाॅक्स में-
कोर्ट से आर्डर लेकर लगवाओ कैमरे
होटल एसआर पैलेस भवन के मालिक ने बताया कि उनके भवन में लगे कैमरो में होटल में आने वाले युवक युवतियों को फोटो, आने-जाने का समय कैद हो जाता है इसके साथ ही अन्य
हरकते कैद हो जाती है। सीसीटीवी में साफ फुटेज है कि कैसे विमल जेटली द्वारा उनका कैमरा तोडा गया, लेकिन पुलिस कोई कार्यवाही नही करती है। उसका कहना है कैमरे  लगवाना
है तो कोर्ट की परमीशन लेकर आओ और पुलिस कैमरा नही लगने देती है। भवन मालिक ने बताया कि कभी-कभी तो इस होटल में बेहोशी की हालत में लडकियां लाई जाती है ंकुछ वर्ष
पहले एक ऐसा ही ममला हुआ था जिसकी चर्चा भी क्षेत्र में हुई लेकिन पुलिस ने मामले को दबा दिया। यूं तो प्रशासनिकआदेश है कि होटल में आने वालो का आईडी प्रूफ, उनके आने जाने
का समय रजिस्टर में मेन-टेन होना चाहिये। उसने दांवा किया कि इस होटल के रजिस्टर और सीसीटीवी की फुटेज का मिलान किया जाये तो सच्चाई सामने आ जायेगी।


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