Thursday, January 16, 2020

राष्ट्रीय युवा दिवस पर प्रधानमंत्री के सम्‍बोधन का मूल पाठ

लखनऊ में जुटे सभी युवा साथियों को मेरा नमस्‍कार। आप सभी को, देश के युवाओं को, राष्‍ट्रीय युवा दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।


आज का यह दिन हर भारतीय युवा के लिए बहुत बड़ी प्ररेणा का दिन है, नए संकल्‍प लेने का दिन है, आज के दिन स्‍वामी विवेकानन्‍द के रूप में भारत को ऐसी ऊर्जा मिली थी जो आज भी हमारे देश को ऊर्जावान किए हुए है। एक ऐसी ऊर्जा जो निरंतर हमें प्ररेणा दे रही है, हमें आगे का मार्ग दिखा रही है।


साथियो, स्‍वामी विवेकानन्‍द भारत के युवा को अपने गौरवशाली अतीत और वैभवशा‍ली भविष्‍य की एक मजबूत कड़ी के रूप में देखते थे। विवेकानन्‍द जी कहते थे कि सब शक्ति तुम्‍हारे भीतर है उस शक्ति को प्रकट करो, इस पर विश्‍वास करो कि तुम सब कुछ कर सकते हो। खुद पर यह विश्‍वास असंभव सी लगने वाली बातों को संभव बनाने का यह संदेश आज भी देश के युवाओं के लिए उतना ही प्रासंगिक है, relevant है और मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि भारत का आज का नौजवान इस बात को भलीभांती समझ रहा है, खुद पर विश्‍वास करते हुए आगे बढ़ रहा है।


आज innovation, incubation और start-up की नई धारा का नेतृत्‍व भारत में कौन कर रहा है? आप ही लोग तो कर रहे हैं, हमारे देश के युवा कर रहे हैं। आज अगर भारत दुनिया के start-up eco system में टॉप three देशों में आ गया है। तो इसके पीछे किसका परिश्रम है? आप लोगों का, आप जैसे देश के युवाओं का। आज भारत दुनिया में unicorns पैदा करने वाला एक बिलियन dollars से ज्‍यादा की नई कंपनी बनाने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश बना है। तो इसके पीछे किसकी ताकत है? आप लोगों की, आप जैसे मेरे देश के नौजवानों की।


साथियों 2014 से पहले हमारे देश में average चार हजार patent होते थे। अब इसकी संख्‍या बढ़कर सालाना 15 हजार patent से ज्‍यादा हो गई है, यानि करीब-करीब चार गुना। ये किसके मेहनत से हो रहा है कौन है इसके पीछे? साथियो मैं फिर दोहराता हूं आप ही हो, आपके जैसे नौजवान साथी हैं, आप युवाओं की ताकत है।   


साथियो 26 हजार नए स्‍टार्टअप का खुलना दुनिया के किसी भी देश का सपना हो सकता है। ये सपना आज भारत में सच हुआ है। तो इसके पीछे भारत के नौजवानों की ही शक्ति है, उन्‍हीं के सपने हैं। और इससे भी बड़ी बात भारत के नौजवानों ने अपने सपनों को देश की जरूरतों से जोड़ा है, देश की आशाओं-आकांक्षाओं से जोड़ा है। देश के निर्माण का काम मेरा है, मेरे लिए है और मुझे ही करना है। इस भावना से भारत का नौजवान आज भरा हुआ है। 


साथियो आज देश का युवा नए-नए APPs बना रहा है। ताकि खुद की जिंदगी भी आसान हो जाए और देशवासियों की भी मदद हो जाए। आज देश का युवा हेकथॉन के माध्‍यम से, technology के माध्‍यम से, देश की हजारों problems में सर खपा रहा है, solution खोज रहा है और solution दे रहा है। आज देश का युवा बदलते हुए nature of job के मुताबिक नए-नए venture शुरू कर रहा है, खुद काम कर रहा है, risk ले रहा है, साहस कर रहा है और दूसरों को भी काम दे रहा है।


आज देश का युवा ये नहीं देख रहा कि ये योजना शुरू किसने की वो तो खुद नेतृत्‍व करने के लिए आगे आ रहा है। मैं स्‍वच्‍छ भारत अभियान की ही बात करूं तो इसका नेतृत्व हमारे युवा ही तो कर रहे हैं। आज देश का युवा अपने आस-पास, घर, मौहल्‍ले, शहर, समुद्र तट से गन्‍दगी-प्‍लास्टिक को हटाने के काम में युवा आगे दिखता है।


साथियो आज देश के युवाओं से सामर्थ्‍य से नए भारत का निर्माण हो रहा है। एक ऐसा नया भारत जिसमें easy of doing business भी हो और easy of living भी हो। एक ऐसा नया भारत जिसमें लालबत्‍ती कल्‍चर नहीं, जिसमें हर इंसान बराबर है, हर इंसान महत्‍वपूर्ण है। एक ऐसा नया भारत जिसमें अवसर भी है और उड़ने के लिए पूरा आसमान भी।


  साथियो आज 21वीं सदी का यह कालखंड, 21वीं सदी का यह दशक भारत के लिए बहुत सौभाग्‍य लेकर आया है। हम भाग्‍यशाली है कि भारत की अधिकतर आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है। हम इस अवसर का पूरा लाभ उठा सकें। इसके लिए बीते वर्षो में भारत में अनेक महत्‍वपूर्ण फैसले लिए गए, अनेक नीतियां बनाई गई है। युवा शक्ति को सही मायने में राष्‍ट्र शक्ति बनाने का एक व्‍यापक प्रयास आज देश में देखने को मिल रहा है। skill development से लेकर मुद्रा लोन तक हर तरह से युवाओं की मदद की जा रही है। start-up India हो, stand-up India हो, fit India अभियान हो या खेलो इंडिया ये युवाओं पर ही केन्द्रित है।


साथियों decision making में नेतृत्‍व में युवाअें की सक्रिय भागेदारी पर भी हमारा जोर है। आप ने सुना होगा अभी हाल ही में DRDO में डिफेंस रिसर्च से जुड़ी five young scientist labs उसका लोकार्पण करने का मुझे अवसर मिला है। इन लैब में रिसर्च से लेकर मैनेजमेंट तक का पूरा नेतृत्‍व 35 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों को दिया गया है। आपने ऐसा कभी नहीं सुना होगा कि इतनी महत्‍वपूर्ण labs की जिम्‍मेदारी 35 साल से कम‍ आयु के युवाओं के साथ में सुपुर्द कर देना। लेकिन यही हमारी सोच है, यही हमारा अप्रोच है। हम हस स्‍तर पर, हर सेक्‍टर में इस तरह के प्रयोग को दोहराने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।


साथियो युवा में एक अद्भुत क्षमता होती है, समस्‍याओं की नए सिरे से समाधान की। यही युवा सोच हमें ऐसे निर्णय लेना भी सिखाती है जिनके बारे में कभी सोचना भी असंभव होता है। युवा सोच हमें कहती है कि समस्‍याओं से टकराओ, उन्‍हें सुलझाओ देश भी इस सोच पर चल रहा है। आज जम्‍मू-कश्‍मीर में आर्टिकल 370 हटाया जा चुका है, राम जन्‍म भूमि का सैंकड़ों वर्षों से चला आ रहा विवाद समाप्‍त हो चुका, तीन तलाक के खिलाफ कानून बन चुका है, citizenship (amendment) act आज एक सच्‍चाई है। वैसे देश में एक सोच ये भी थी कि आतंकी हमला होने पर चुप बैठ जाएं। अब आप सर्जिकल स्‍ट्राइक भी देखते हैं, एयर स्‍ट्राइक भी।


साथियो हमारी सरकार युवाओं के साथ है, युवा हौंसलों, युवा सपनों के साथ है। आपकी सफलता सशक्‍त, सक्षम और समृद्ध भारत के संकल्‍प को भी सिद्ध करेगी। और हैं आज के इस अवसर पर एक आग्रह भी आप से करना चाहता हूं। और मैं आपसे इसलिए करता हूं कि क्‍योंकि मेरा आप पर भरोसा है। मैं आपसे नेतृत्‍व में देश को इसमें सफल करने के लिए आपसे विशेष आग्रह करता हूं और विवेकानन्‍द जयंती पर तो ये संकल्‍प अपना दायित्‍व बन जाता है।


आप सब जानते हैं वर्ष 2022 तक जो कि हमारी आजादी के 75 साल है। देश की आजादी के दिवानों ने समृद्ध भारत के सपने संजोये थे और अपनी जवानी देश के लिए आहुत कर दी थी। उन महापुरूषों के सपनों को पूरा करने के लिए अनेक प्रकार के काम हमने करने हैं। उसमें से एक काम के लिए मैं आज आपसे आग्रह करता हूं, युवकों से आग्रह करता हूं, आपके माध्‍यम से पूरे देश में आन्‍दोलन चले इस अपेक्षा से आग्रह करता हूं। क्‍या हम 2022 तक बाकि आगे का हम न देखेंगे, 2022 तक जितना संभव हो सके लोकल प्रोडक्‍स ही खरीदें। ऐसा करके आप जाने अंजाने अपने किसी युवा साथी की ही मदद करेंगे‍। आप अपने लक्ष्‍यों में सफल हो, अपने जीवन में सफल हों इसी कामना के साथ मैं अपनी बात समाप्‍त करता हूं।


एक बार फिर राष्‍ट्रीय युवा दिवस पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और भारत माता के महान सपूत स्‍वामी विवेकानन्‍द जी के श्री चरणों में प्रणाम करता हूं।



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