नवंबर, 2019 में खनन, विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्पादन वृद्धि दर नवंबर, 2018 के मुकाबले क्रमश: 1.7 फीसदी, 2.7 फीसदी तथा (-) 5.0 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-नवंबर, 2019 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्टरों की उत्पादन वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: (-) 0.1, 0.9 तथा 0.8 फीसदी आंकी गई है।
उद्योगों की दृष्टि से विनिर्माण क्षेत्र के 23 उद्योग समूहों (दो अंकों वाली एनआईसी-2008 के अनुसार) में से 13 समूहों ने नवंबर, 2018 की तुलना में नवंबर, 2019 के दौरान धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इस दौरान ‘फर्नीचर को छोड़कर काष्ठ एवं काष्ठ के उत्पादों और कॉर्क के विनिर्माण’ ने 23.2 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘बुनियादी धातुओं के विनिर्माण' का नम्बर आता है जिसने 12.9 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। वहीं, दूसरी ओर उद्योग समूह ‘अन्य विनिर्माण’ ने (-) 13.5 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘मोटर वाहनों, ट्रेलरों एवं सेमी-ट्रेलरों के विनिर्माण’ का नंबर आता है जिसने (-) 12.6 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की है।
उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार नवंबर, 2019 में प्राथमिक वस्तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्यवर्ती वस्तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि दर नवंबर, 2018 की तुलना में क्रमश: (-) 0.3 फीसदी, (-) 8.6 फीसदी, 17.1 फीसदी और (-) 3.5 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्ता सामान का सवाल है, इनकी उत्पादन वृद्धि दर नवंबर, 2019 में (-) 1.5 फीसदी रही है। इसी तरह गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामान की उत्पादन वृद्धि दर नवंबर, 2019 में 2.0 फीसदी रही।
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