Thursday, January 16, 2020

खेल मंत्री श्री किरेन रिजीजू तथा फिल्म स्टार श्री सुनील शेट्टी ने नशा-मुक्त खेल संस्कृति का आह्वान किया

युवा मामले एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री किरेन रिजीजू और अभिनेता श्री सुनील शेट्टी ने खेलो इंडिया के एथलीटों से किसी प्रतिबंधित पदार्थों से परहेज करने की मांग करते हुए एक स्वच्छ तथा नशा-मुक्त खेल संस्कृति का आह्वान किया है। मादक पदार्थों के खतरों के बारे में किशोरों को शिक्षित करने के लिए आज गुवाहाटी में आयोजित एक कार्यशाला में अभिनेता श्री सुनील शेट्टी ने एक बच्चे के जीवन में खेलों के महत्व पर जोर देते हुए अपनी सफलता की गाथा को साझा किया। श्री सुनील शेट्टी राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी के ब्रांड एम्बेसडर हैं। श्री शेट्टी ने कहा, “आप अपने जीवन में कई गलतियां कर सकते हैं, किंतु यह सुनिश्चित करें कि ऐसा कुछ न खाएं जो गलत हो। मैंने अपने जीवन में जो उपलब्धियां प्राप्त की हैं, वे पूर्णतः खेलों के कारण हैं।” उन्होंने कहा, “मैं मार्शल आर्ट्स का अभ्यास करता था और वास्तव में कठिन प्रशिक्षण लेता था। मैं अपने जीवन में एक अभिनेता केवल इसलिए बन पाया, क्योंकि मैं एक एथलीट था। मैं अभी भी मानता हूं कि मैं खेलों का एक हिस्सा हूं।”


श्री किरेन रिजीजू और श्री सुनील शेट्टी ने दर्शकों के मनोरंजन के लिए तथा अपने संदेश को साझा करने के लिए फुटबाल मैच के बाद शूट-आउट में हिस्सा लिया। श्री रिजीजू ने सभी एथलीटों को आश्वस्त किया कि जब तक वे प्रतिबंधित पदार्थों से खुद को अलग रखेंगे, उन्हें पूरी सहायता दी जाएगी। श्री किरेन रिजीजू ने कहा, “देश का हर व्यक्ति यह समझ सकता है कि गुवाहाटी में खेलो इंडिया युवा खेल को अच्छी तरह आयोजित किया जा रहा है। स्वच्छता का संदेश फैलाने के लिए श्री सुनील शेट्टी को राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया गया है। मैं सभी प्रशिक्षकों एवं माता-पिता को कहना चाहूंगा कि वे यह सुनिश्चित करें कि सभी एथलीट प्रतिबंधित मादक पदार्थों से परहेज करें। सभी एथलीटों को स्वच्छ रहना चाहिए और चैम्पियन बनना चाहिए। हम सभी एथलीटों की सहायता के लिए उपलब्ध हैं।”


खेलो इंडिया युवा खेल की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, श्री शेट्टी ने कहा, “यह बात कल्पना से परे है कि इतने अधिक किशोरों को यह महसूस करने का अवसर मिल रहा है कि वे कल के सितारे हैं।” उन्होंने कहा कि किशोरों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है और वे इस बात से अवगत हों कि उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करना है।


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