ख्वाबों की अपनी एक बगिया सजाएं
चलो आज हम - तुम नया गीत गाएं
दिल का नया गीत अनमोल सुन लो
धुन हो नई और नए बोल चुन लो
होगा पुराना नहीं कुछ भी इसमें
खुद से नया एक माहौल बुन लो
मिलाकर के सुर आओ गुनगुनाएं
चलो आज हम - तुम नया गीत गाएं
शिकवा गिला कोई फरियाद ना हो
नया दिल हो बिल्कुल नई भावना हो
मन में भले ही न हो और कुछ पर
सदा साथ जीने की ही कामना हो
इसी कामना में जहाँ को भुलाएं
चलो आज हम - तुम नया गीत गाएं
विक्रम कुमार
मनोरा, वैशाली
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