कानपुर नगर, विलेज आर्ट एंड क्राफ्ट द्वारा कानपुर में 12 दिवसीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन ब्रजेन्द्र स्वरूप पार्क में
आयोजित किया जारहाहै, जिसमें शामिल बुनकरो और शिल्पकारो ने अपनी कलाका प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी में 100 से ज्यादा
शिल्पकार और बुनकर आये है। कोलकाता के रायबर आलम रविंद्र नाथ टैगोर संस्था शांतिनिकेतन में बने लेदर बैग लाये है जहां
रहने वाले असहाय लोग इसे बनाते है तथा बैग्स पर खूबसूरत पेंटिंग बनाई गयी है।
कोलकाता से ही आए बुनकर कमल तालुकदार अपने साथ ढाकाई मसलिन साडी जाये है, यह साडी बांग्लादेश की
राष्ट्रपति शेख हसीना पहनती है वहीं उत्तर प्रदेश के कलाकर मिट्टी कलाकृतियां लाये है, जिसमें फ्लावर पोट्स, क्राॅकरी, डोकोरेटिव
आइटम्स महिलाओं को अपनी ओर खींच रहे है। भदोही उ0प्र0 के बुनकर सिल्क के परंपरागत डिजाइनो वाले कारपेट लेकर आये है, जिसे बनाने में तीन महीने का समय लग जाता है। इस दौरान आशीष गुप्ता ने बताया कि प्रदर्शनी 9 फरवरी तक चलेगी। यह सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक जनता के लिए खुली रहती है।
आयोजित किया जारहाहै, जिसमें शामिल बुनकरो और शिल्पकारो ने अपनी कलाका प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी में 100 से ज्यादा
शिल्पकार और बुनकर आये है। कोलकाता के रायबर आलम रविंद्र नाथ टैगोर संस्था शांतिनिकेतन में बने लेदर बैग लाये है जहां
रहने वाले असहाय लोग इसे बनाते है तथा बैग्स पर खूबसूरत पेंटिंग बनाई गयी है।
कोलकाता से ही आए बुनकर कमल तालुकदार अपने साथ ढाकाई मसलिन साडी जाये है, यह साडी बांग्लादेश की
राष्ट्रपति शेख हसीना पहनती है वहीं उत्तर प्रदेश के कलाकर मिट्टी कलाकृतियां लाये है, जिसमें फ्लावर पोट्स, क्राॅकरी, डोकोरेटिव
आइटम्स महिलाओं को अपनी ओर खींच रहे है। भदोही उ0प्र0 के बुनकर सिल्क के परंपरागत डिजाइनो वाले कारपेट लेकर आये है, जिसे बनाने में तीन महीने का समय लग जाता है। इस दौरान आशीष गुप्ता ने बताया कि प्रदर्शनी 9 फरवरी तक चलेगी। यह सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक जनता के लिए खुली रहती है।
No comments:
Post a Comment