हमें तो हमारा हिन्दुस्तान चाहिए।
न धरा न हमें आसमान चाहिए,
न ही हमें ऐ सान जहान चाहिए।
इच्छा न टूटे फूटे घर की हमें,
पुरवों का देश वो महान चाहिए।
हमें तो हमारा हिन्दुस्तान चाहिए।
हमें न छिछोरी राजनीति चाहिए,
न ही कपटी जनों की प्रीति चाहिए,
दुख सुख में, जीते ही रहेंगे,
हमें न किसी की दया - दान चाहिए।
हमें तो हमारा हिन्दुस्तान चाहिए।
महाराणा जैसा देशभक्त चाहिए,
अन्याय पर उबले वो रक्त चाहिए।
जन्मभूमि हित, धन लाभ त्याग दें,
भामाशाह वाला वो ईमान चाहिए।।
हमें तो हमारा हिन्दुस्तान चाहिए।
इस माअी के लिए जो जिए और मरे,
पंथ की कुपन्थियों से न कभी डरें!
भाव सदा शयता का सब में भरें,
जायसी, रहीम, रसखान चाहिए।।
हमें तो हमारा हिन्दुस्तान चाहिए।
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