खबर उत्तर प्रदेश के अमेठी से है जो अपने आप में एक जमाने से वीवीआइपी क्षेत्र के रूप में विश्वपटल पर छाया हुआ था। उसी अमेठी से स्मृति ईरानी ने चुनाव लड़कर लगभग 55 हजार वोट से राहुल गांधी को हराकर चुनाव जीतकर सांसद बनीं और केंद्रीय मंत्री भी बन वीवीआइपी क्षेत्र के तमगे को और मजबूत कर दिया।
आइये अब बात करते हैं इसी वीवीआइपी क्षेत्र अमेठी की जहां केंद्रीय मंत्री ने 22 जून 2019 को मुसफिरखाना के नेवादा गांव में एक वृहद गौ संरक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। उद्घाटन तो हो गया लेकिन उसके बाद उस तरफ पलटकर देखने व उसकी सुधि लेने वाला कोई अधिकारी न मिला। मंत्री जी भाषण में गौ संरक्षण की बात करते हुए उनके रहने व चारे पानी की भरपूर व्यवस्था होने व गौ माता की भरपूर सेवा किये जाने की बात की लेकिन उनके जाते ही उनकी बात सिर्फ भाषणों तक सिमट कर रह गयी।
गौशाला में रह रही गायों में से चारा पानी के अभाव व बीमारियों से ग्रसित होने से 2 से 3 गायों की मौत हो रही है। वहां काम करने वाले कर्मचारी भी आगामी 10 अक्टूबर के बाद काम छोड़ देने की बात कर रहे हैं। ठेकेदार भी अधूरा काम करवाकर चला गया तो अभी तक लौट कर आया ही नहीं क्योंकि जो काम हुआ है अभी तक उसी का भुगतान नहीं हुआ तो आगे का कैसे होगा।
क्या जिला प्रशासन इस गौ संरक्षण केंद्र पर ध्यान देकर भूख प्यास व बीमारी तड़पकर मर रही गायों के प्रति थोड़ी संवेदना झूठी ही सही, दिखाता तो समस्या का कुछ प्रतिशत निदान हो जाता।
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