मत काटो इन वृक्षों को।
वृक्षों में भी जान वही है,
जो है हम सबके अन्दर।
हरे भरे जो वृक्ष रहेंगे,
दुनिया होगी कितनी सुन्दर।
रखो सुरक्षित इन दरख्तों को,
मत काटो इन वृक्षों को।
लेकर कार्बन डाईआॅक्साइड,
दूर प्रदूषण ये करते हैं।
देकर आक्सीजन,
जिन्दा ये सबको रखते है।
ये फायदा दोनों पक्षों का,
मत काटो इन वृक्षों को।
निःस्वार्थ ये सेवा करते हैं,
परमारथ जीते, मरते हैं।
कितने ही फल पैदा करके,
पेट हमारा भरते हैं।
चुका नहीं सकते इनके कर्जों को,
मत काटो इन वृक्षों को।
मानसून इनसे ही बनता,
वरना जग सारा जाता जल।
करें आज इनकी रक्षा का वादा,
क्योंकि आता नहीं कभी कल।
मत भूलो अपने लक्ष्यों को,
मत काटो इन वृक्षों को।
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