यदि जीना है तुमको हरदम, जीवन को तुम जीने दो,
जीवन की संकट घड़ियों में, मत जीवन को तुम मरने दो।
जीवन तो है एक पहेली, कठिनाई है संग सहेली,
कठिनाई को तुम सुलझाओ, सुलझेगी हर एक पहेली।
जीवन की उलझी राहों में, मत उलझाओ अपने मन को,
मन उलझेगा यदि राहों में, नहीं मिलेगा बल इस तन को।
जीवन की सीढ़ी यह तन है, तन पर है अधिकार तुम्हारा,
यदि यह तन ही टूट गया तो, जीवन रह जाए बिना सहारा।
जीवन को आसान न समझो, उलझोगे तुम जगह-जगह पर,
यदि उलझन को उलझन समझे, थक जाओगे जगह-जगह पर।
उलझन की परवाह न करना, कठिनाई से नहीं डरो तुम,
जीवन पथ पर बढ़ते जाओ, जीवन को जीवन समझो तुम।
जीवन का यह मूल मंत्र है, हँस कर जी लो इस जीवन को,
खुद के हँसने से जग हँसता, मस्ती मिलती है जीवन को।
हँसते-हँसते बढ़ते जाओ, पथ प्रशस्त कर दो जीवन का,
इसी भाँति तुम जीते जाओ, हर पल फूल बने जीवन का।
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